नेशनल क्रेडिट कोर रैली में पहुंचे पीएम मोदी, कैडेट्स को जल्द करेंगे संबोधित
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दिल्ली के करियप्पा परेड ग्राउंड में नेशनल क्रेडिट कोर रैली में पहुंचे हैं। यहां उन्हें गॉर्ड ऑफ ऑनर मिला। उन्होंने यहां नेशनल कैडेट कोर परेड का निरीक्षण किया। वह कुछ ही देर में कैडेट्स को संबोधित करेंगे।
इससे पहले उप-सेना प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल एसके सैनी को यहां गॉर्ड ऑफ ऑनर दिया गया। उन्होंने इस दौरान कहा कि सीमा पार आतंकी कैंप फिर से ऐक्टिव हो गए हैं। सीजफायर उल्लंघन के मामले बढ़े हैं। लेकिन जम्मू कश्मीर में फिलहाल हालात काबू में हैं। हम हर तरह के चुनौती से निपटने के लिए तैयार हैं।
जनरल सैनी ने इस दौरान कहा कि बतौर उप-सेना प्रमुख उनकी प्राथमिकता उपकरण, गोला-बारूद आदि की महत्वपूर्ण कमियों को दूर करना उत्तरी सीमाओं के साथ क्षमता में विकास होगी। साथ ही उन्होंने कहा कि चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ समेत अन्य नए विभागों के साथ आगे संयुक्तता बनाने के लिए उनके साथ सेना मुख्यालय को संरेखित करना प्राथमिकता होगी।
जनरल एसके सैनी को पिछले हफ्ते सेना के नए उपप्रमुख बनाए गए
जनरल मनोज मुकुंद नरवणे के सेना प्रमुख बनने के बाद जनरल एसके सैनी को पिछले हफ्ते सेना के नए उपप्रमुख बनाए गए थे। रक्षा विभाग के चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल बिपिन रावत द्वार की गई यह पहली सैन्य नियुक्ति थी। इससे पहले भारतीय सेना के दक्षिणी कमान के प्रमुख थे।
बाढ़ के राहत और बचाव कार्य में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई
जनरल सैनी ने महाराष्ट्र सहित पांच राज्यों में फैले 34 जिलों में बड़े पैमाने पर फैले बाढ़ के राहत और बचाव कार्य में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। ऑपरेशन के दौरान इन राज्यों के 45,000 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया।
जाट रेजिमेंट में जून 1981 में कमीशन हुए थे सैनी
जून 1981 में जाट रेजिमेंट में लेफ्टिनेंट जनरल सैनी को कमीशन किया गया था। जम्मू-कश्मीर में वह अपनी बटालियन (7 जाट) एक आतंकवाद विरोधी बल की कमान भी संभाल चुके हैं। कपूरथला में सैनिक स्कूल और राष्ट्रीय रक्षा अकादमी से उन्होंने पढ़ाई की है।
भारतीय सैन्य अकादमी के कमांडेंट रह चुके हैं जनरल एसके सैनी
लेफ्टिनेंट जनरल एसके सैनी को वीरता और विशिष्ट सेवा के लिए कई पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है। वह देहरादून में हथियार प्रशिक्षक रहने के साथ-साथ राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड के प्रशिक्षण केंद्र, नई दिल्ली में वरिष्ठ निर्देशन स्टाफ और भारतीय सैन्य अकादमी के कमांडेंट रह चुके हैं।