स्वच्छ भारत मिशन में उत्तर प्रदेश देश में अग्रणी
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा देशभर में स्वच्छ भारत मिशन अभियान चलाकर हर स्तर पर स्वच्छता का आह्वान किया था। स्वच्छ प्रदेश, स्वस्थ प्रदेश के नारे के साथ प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा प्रदेश में चलाये गये स्वच्छ भारत मिशन कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश देश के अन्य प्रदेशों से अग्रणी है। प्रदेश के गांव-गांव में सफाई अभियान चलाकर स्वच्छता की धरोहर को बनाये रखा जा रहा है। स्वच्छता आमजन की गरिमा और स्वास्थ्य का आधार है। स्वच्छता से होने वाले विभिन्न संक्रामक रोगों से छुटकारा मिल जाता है। प्रदेश के गांवों, नगरों की नालों-नालियों, गन्दगी की सफाई से पनपने वाले डेंगू, मलेरिया, येलो बुखार, इनसेफेलाइटिस, चिकनगुनिया, जेई फाइलेरिया आदि संक्रामक रोगों के मच्छरों का सफाया हो रहा है। प्रदेश सरकार ने गांवों में बाहर शौच करने से होने वाली गंदगी को पूर्णतः खत्म कर दिया है। आज हर घर में स्वच्छ शौचालय निर्मित हो गये हैं। उत्तर प्रदेश में वर्तमान सरकार ने स्वच्छ परिवेश देकर आमजनता को स्वस्थ बनाया है।
प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गांवों-नगरों में बनाये जा रहे शौचालयों को ’इज्जतघर’ नाम देकर लोकप्रिय बना दिया है। आज गांवों में प्रत्येक पात्र व्यक्तिगत लाभार्थियों के घरों में इज्जतघर का निर्माण हो गया है। प्रदेश के सभी 75 जनपद खुले में शौच से मुक्त (ओडीएफ प्लस) घोषित हो चुके हैं। प्रदेश में गंगा किनारे के सभी गांवों के प्रत्येक घरों में स्वच्छ शौचालय का निर्माण हो चुका है। प्रदेश में 2.61 करोड़ से अधिक व्यक्तिगत शौचालयों का निर्माण कराते हुए 10 करोड़ लोगों को लाभान्वित किया गया है। गांवों में अक्सर शादी विवाह व अन्य सामाजिक, सांस्कृतिक कार्यक्रम होते रहते हैं। ऐसी स्थिति में सामुदायिक शौचालय की जरूरत पड़ती है। सरकार ने इन्हीं स्थितियों सहित गांवों के लोगों के लिए प्रदेश के सभी 58,758 ग्राम पंचायतों में सामुदायिक शौचालयों का निर्माण कराया है। इन सभी सामुदायिक शौचालयों के रखरखाव एवं रोजगार सृजन के लिए स्वयं सहायता समूहों को हस्तांतरित किया गया है।
प्रदेश सरकार ने ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाओं और बालिकाओं के लिए 4450 पिंक टायलेट का निर्माण करते हुए उन्हें सुविधायें प्रदान की हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में सामुदायिक शौचालयों व अन्य ग्रामीण स्तर पर स्वच्छता बनाये रखने के लिए प्रदेश सरकार ने 15 हजार महिला स्वच्छताग्रही एवं 70 हजार सामान्य स्वच्छताग्रही की तैनाती की है। इन स्वच्छताग्रहियों की तैनाती से स्वच्छता के साथ-साथ उन्हें रोजगार भी उपलब्ध कराया गया है।
प्रदेश सरकार ने ग्रामीण स्वच्छता के साथ-साथ नगरों की स्वच्छता पर विशेष ध्यान दिया है। नगरों में चौराहों, प्रमुख बाजारों, अन्य महत्वपूर्ण स्थलों पर सार्वजनिक शौचालयों, सार्वजनिक प्रसाधन बनवाते हुए आमजन, महिलाओं, बालिकाओं को सुविधा प्रदान की है। सरकार ने नगरीय क्षेत्रों में 59265 सामुदायिक शौचालयों तथा महिलाओं एवं बालिकाओं के लिए 652 पिंक प्रसाधन का निर्माण किया है। नगरीय क्षेत्रों में स्वच्छता बनाये रखने, नाले-नालियों की सफाई करते रहने के लिए विशेष कार्य किये जा रहे हैं। प्रदेश के नगर निकायों के 12,007 वार्डों में से 11913 वार्डों में डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन किया जा रहा है। इससे प्रत्येक मुहल्ला स्वच्छ और साफ नजर आ रहा है। कहीं गंदगी दिखाई नहीं पड़ रही है। प्रदेश के नगर निकायों में पेयजल व्यवस्था, सीवर एवं नाली का निर्माण कराते हुए नागरिकों को अच्छी सुविधा दी जा रही है। अमृत योजना के अंतर्गत प्रदेश के 60 नगरों में पेयजल, नाली, सीवर का निर्माण कराया गया है। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के कुशल नेतृत्व में स्वच्छ प्रदेश-स्वस्थ प्रदेश का नारा शत प्रतिशत चरितार्थ हुआ है।
(लेखक हिन्दुस्थान समाचार से सम्बद्ध हैं)