Coronavirus चीन ने की वुहान में फंसे अमेरिकीयों को निकालने की पेशकश, भारत ने तीसरा हॉटलाइन शुरू किया

चीन ने वुहान में फंसे अमेरिकीयों को निकालने की पेशकश की है। उधर, भारतीय विदेश मंत्रालय ने रविवार को चीन में फंसे 250 छात्रों एवं अन्‍य नागरिकों के लिए तीसरा हॉटलाइन शुरू कर दिया है। बता दें कि चीन का वुहान शहर कोरोना वायरस का केंद्र है, जहां भारतीय छात्र फंसे हैं। भारतीय दूतावास ने बताया कि बीते दो दिनों में हॉटलाइन नंबरों पर करीब 600 कॉल्स आए। भारी तादाद में आ रहीं कॉलों के मद्देनजर भारत ने तीसरा हॉटलाइन शुरू किया है। चीन के इस ऐलान के साथ कि अमेरिकी नागरिकों को वुहान से निकाला जाए इसके साथ भारत की भी उम्‍मीदें जगी हैं कि वहां फंसे छात्रों को बाहर निकाला जा सकेगा।  

हॉटलाइन नंबरों पर करीब 600 कॉल्स

भारत सरकार ने चीनी सरकार से वुहान में फंसे भारतीयों को निकालने की व्यवस्था करने का आग्रह किया है। गौरतलब है कि इन भारतीयों में ज्यादातर डॉक्टरी की पढ़ाई करने के लिए वुहान गए हैं। भारतीय दूतावास ने बताया कि बीते दो दिनों में उसके हॉटलाइन नंबरों पर करीब 600 कॉल्स आ चुके हैं। भारत सरकार और दूतावास प्रभावित भारतीयों की राहत के लिए चीनी प्रशासन से संपर्क में है। इसके पूर्व विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भी ट्वीट कर बताया था कि पेइचिंग स्थित भारतीय दूतावास चीन में फंसे भारतीयों पर नजर बनाए हुए है।

चीन के विभिन्न विश्वविद्यालयों में करीब 700 भारतीय छात्र

चीन के वुहान और आसपास के शहरों के चीन के विभिन्न विश्वविद्यालयों में करीब 700 भारतीय छात्र हैं।ज्यादातर छात्र चीनी नववर्ष की छुट्टियां पड़ने पर वुहान एवं हुबेई प्रांत के दूसरे शहरों के निकले हैं। इन दिनों इस वायरस के कारण वुहान समेत 13 शहरों से आवाजाही प्रतिबंधित लगा दिया गया है। चीन में भारत के राजदूत विक्रम मिस्री ने कहा कि हमें लगता है कि अब तक एक भी भारतीय नागरिक वायरस से संक्रमित नहीं हुए हैं और उन्हें भोजन-पानी की आपूर्ति हो रही है। बता दें कि कोरोना वायरस का पहला केस दिसंबर महीने में वुहान शहर में सामने आया था। इसके चलते चीन ने वुहान आने-जाने वाली सारी उड़ानों को रद कर दिया था। 

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