उप चुनाव की तैयारी के लिए बसपा ने नियुक्त किए तीन को-ऑर्डिनेटर

बसपा से आई बड़ी खबर, पूरे संगठन में फिर किया फेरबदल, कर दी बड़े नेताओं की छुट्टी

लखनऊ  उत्तर प्रदेश में होने वाले विधान सभा उप चुनाव की तैयारियों में जुटी बहुजन समाज पार्टी की गुरुवार को बैठक हुई, जिसमें संगठन और चुनाव की तैयारियों को लेकर गहन चर्चा की गयी। इस बैठक में देशभर के पदाधिकारी शामिल हुए।

बसपा सुप्रीमो मायावती की मौजूदगी में हुई इस बैठक में राष्ट्रीय स्तर की तरह ही राज्य स्तर पर भी तीन मुख्य कोआर्डिनेटर बनाने का फैसला किया गया। प्रदेश अध्यक्ष मुनकाद अली के साथ पूर्व प्रदेश अध्यक्ष आरएस कुशवाहा तथा एमएलसी भीमराव अम्बेडकर को पार्टी ने को-ऑर्डिनेटर बनाया है।

तीन-तीन मंडल पर मुख्य जोन इंचार्ज की व्यवस्था समाप्त कर दी। साथ ही बहुजन वालेंटियर फोर्स का मंडल अध्यक्ष का पद भी समाप्त कर दिया गया है। अब हर मंडल पर कोऑर्डिनेटर की व्यवस्था की गई है। बैठक में उप चुनाव की तैयारियों पर भी चर्चा की गई। साथ ही बैठक में उप चुनाव जीतने और पार्टी को मजबूत करने के लिए मंत्र दिये।

इस दौरान मायावती ने पार्टी के जमीनी स्तर पर चल रहे क्रियाकलापों व सर्वसमाज में पार्टी के जनाधार की प्रगति पर भी चर्चा की। इस दौरान मायावती ने कहा कि इस बार खास रणनीति के तहत इन उप चुनावों को लड़ने के लिए पार्टी के पुराने व वरिष्ठ चेहरों को ही ज्यादातर चुनाव मैदान में उतारा गया है। इन्हें जिताने के लिए सभी को हर प्रकार का सहयोग करना होगा।

पहली बार बसपा लड़ने जा रही उप चुनाव

पहली बार बसपा उप चुनाव लड़ने जा रही है। इससे पहले कभी बसपा ने उप चुनाव नहीं लड़ा। इस बार चुनाव लड़ने की घोषणा के साथ ही बसपा ने 13 विधानसभा सीटों में 11 पर अपने उम्मीदवार भी घोषित कर दिये हैं। घोसी से कय्यूम अंसारी, मानिकपुर से राजनारायण निराला, हमीरपुर से नौशाद अली, जैदपुर से अखिलेश अंबेडकर, बलहा से रमेश गौतम, टूंडला से सुनील कुमार चित्तौड़, लखनऊ कैंट से अरुण द्विवेदी, प्रतापगढ़ सदर से रंजीत सिंह पटेल, रामपुर से जुबेर मसूद खां और कानपुर से देवी प्रसाद तिवारी को घाेषित किया है। पार्टी ने अंबेडकर नगर से राकेश पांडेय को उम्मीदवार घोषित किया था। उनके चुनाव लडऩे से इन्कार करने पर अब पार्टी को जलालपुर के साथ सहारनपुर की गंगोह पर सीट पर उम्मीदवार घोषित करना है।

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