योगी राज में नहीं मिल रहा न्याय

मेरठ। उत्तर प्रदेश के जनपद मेरठ में आज एक रेप पीड़िता ने पुलिस कार्रवाई ना होने से परेशान होकर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। वहीं इस मामले की सूचना जब पुलिस प्रशासन को लगी तो हड़कंप मच गया। जिसके बाद पुलिस अधिकारियों ने आनन-फानन में कार्रवाई करते हुए इंस्पेक्टर मवाना को लाइन हाजिर कर दिया। बता दें कि घटना मेरठ के थाना मवाना क्षेत्र के कॉल गांव की है।

जहां कक्षा 11 में पढ़ने वाली एक नाबालिग युवती के साथ गांव के ही बृजपाल के द्वारा रेप करने का मामला सामने आया था। पुलिस अधिकारियों की माने तो इस मामले में परिजनों ने एक ही दिन में कई बार अलग-अलग आरोप लगाकर तहरीर दी था। जिसके बाद एसएसपी के आदेश पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया था।

लेकिन युवती का जब मेडिकल परीक्षण कराया गया तो मेडिकल रिपोर्ट में रेप की पुष्टि ही नहीं हुई। इस मामले में अभी भी जांच जारी है। लेकिन 65 साल के जिस बुजुर्ग बृजपाल पर रेप का आरोप लगाया गया था उसकी गिरफ्तारी पुलिस द्वारा अभी तक नहीं की गई थी। इस मामले को लेकर परिजन पुलिस पर बार-बार दवाब भी बना रहे थे। वहीं एसएसपी अजय साहनी ने बताया कि गांव में प्रधानी के चुनाव को लेकर दो पक्षों में रंजिश है।

माना जा रहा है कि इसी रंजिश को लेकर एक पक्ष पर दबाव बनाने के लिए मुकदमा लिखवाया गया था। लेकिन अब जब युवती ने इस मामले में अपने ही घर में फांसी का फंदा लगाकर खुदकुशी कर ली। जिसके बाद पुलिस कार्रवाई करते हुए इस्पेक्टर मवाना को लाइन हाजिर कर दिया। फिलहाल मामले की जांच जारी है। वहीं परिजन बेटी की मौत के बाद अब पुलिस और आरोपी दोनों को इसका जिम्मेदार मानते हैं।

उन्होंने बताया कि उनकी बेटी खेल से लेकर दौड़ में हमेशा अव्वल स्थान प्राप्त करती थी। जो काफी होशियार और पढ़ाई में अच्छी थी। वह भविष्य में गांव और जिले का नाम रोशन करती जो अब अधूरा हो गया। उनका साफ कहना है कि अगर पुलिस समय से कार्रवाई करती तो आज उनकी बेटी जिंदा होती।

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