शेयर बाजार में बुधवार को गिरावट बढ़ती आई नजर

शेयर बाजार में मंगलवार को नजर आई तेजी बुधवार को कायम नहीं रह सकी। वैश्विक बाजारों में विदेशी फंड के आउटफ्लो के कारण बुधवार को सुबह 47 अंकों की कमजोरी के साथ खुला। देखते ही देखते बाजार में गिरावट बढ़ती गई और यह 11 बजे के आसपास 250 अंकों तक फिसलकर 38,353 के स्तर तक गिर गया। दोपहर तक तो बाजार में और ज्यादा बड़ी गिरावट नजर आने लगी और 01.45 बजे के आसपास यह 640 अंक तक गिरकर 38,000 के स्तर से भी नीचे चला गया था।

हालांकि, इसमें मामूली सुधार आया लेकिन इसके बावजूद खबर लिखे जाने तक प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स 515 अंकों की कमजोरी के साथ 38,105 के स्तर पर कारोबार कर रहा था वहीं निफ्टी 144 अंकों की कमजोरी के साथ 11,159 के स्तर पर कारोबार कर रहा था।

बुधावार के दिन डॉलर के मुकाबले रुपए में भी कमजोरी देखी गई और यह एक डॉलर के सामने 24 पैसा गिरकर 72.95 रुपए के स्तर पर खुला। इससे पहले लगातार सात दिन से जारी गिरावट पर मंगलवार को ब्रेक लग गया और सेंसेक्स एवं निफ्टी जोरदार बढ़त पर बंद हुए। कोरोना संकट को लेकर भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने कहा कि वह वित्त मंत्रालय के साथ अर्थव्यवस्था पर इसके संभावित असर को लेकर बातचीत कर रहा है। इसके चलते शेयर बाजारों को थोड़ी राहत मिली और सेंसेक्स 479.68 अंकों की तेजी के साथ 38,623.70 पर बंद हुआ। निफ्टी भी 170.55 अंक चढ़कर 11,303.30 के स्तर पर रहा।

ब्ल्यूचिप शेयरों में सन फार्मा सबसे ज्यादा 6.64 प्रतिशत चढ़ा। टाटा स्टील, ओएनजीसी, अल्ट्राटेक सीमेंट, एनटीपीसी, पावरग्रिड, रिलायंस इडस्ट्रीज, कोटक महिंद्रा बैंक और एचसीएल टेक के शेयर भी बढ़त पर बंद हुए। दूसरी तरफ आईटीसी और एचडीएफसी के शेयरों में गिरावट दर्ज की गई। बीएसई के सभी सेक्टोरल इंडेक्स बढ़त पर बंद हुए। मेटल इंडेक्स में सबसे ज्यादा 5.67 प्रतिशत तेजी दर्ज की गई।

बाजार विश्लेषकों के मुताबिक वित्तीय बाजार के सुचारू संचालन के लिए आरबीआई की तरफ से सभी जरूरी कदम उठाए जाने के आश्वासन के बाद निवेशकों का सेंटीमेंट सुधरा। एशिया के अन्य प्रमुख शेयर बाजारों में मिलाजुला रुझान रहा। शंघाई और सियोल के शेयर बाजार बढ़त पर बंद हुए। दूसरी तरफ हांगकांग और टोक्यो के बाजारों में गिरावट दर्ज की गई।

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