धोनी व रवि शास्त्री के बीच टकराव के हालात, टी20 विश्वकप में किसकी चलेगी

इन दिनों आगामी आईसीसी टी20 विश्वकप को लेकर चर्चा तेज है। ऐसे में बीते दिन खबर आई थी कि बीसीसीआई ने भारत से 15सदस्यों की टीम का चयन कर लिया है। वहीं तीन और खिलाड़ियों का चयन स्टैंडबाई पर हुआ है। इसके साथ ही एक खास खबर ये सामने आई कि पूर्व भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी भी टीम का हिस्सा हैं। वे यूएई व ओमान में 17अक्टूब से 14 नवंबर तक आयोजित होने वाले इस विश्वकप में भारतीय टीम के मेंटाॅर बन के जा रहे हैं। ऐसे में अब एक और खब सामने आ रही है कि मेंटाॅर धोनी और भारतीय टीम के कोच रवि शास्त्री के बीच टकराव के हालात हो सकते हैं। ऐसे में खिलाड़ी आखिर किसके डिसीजन को तवज्जो देंगे। तो चलिए जानते हैं इस बारे में।

धोनी व शास्त्री के बीच मतभेद में खिलाड़ी देंगे किसका साथ

2020 में एमएस धोनी ने क्रिकेट के सभी फाॅर्मैटों से रिटायरमेंट ले लिया था। वहीं अब वे विश्वकप टी20 की टीम में बतौर भारतीय मेंटाॅर बन के सामने आए हैं। बीसीसीआई के इस फैसले की लोग काफी सराहना भी कर रहे हैं। धोनी कप्तान के तौर पर और अपनी निजी लाइफ में अब तक सफल रहे हैं। ऐसे में वे बतौर मेंटाॅर भी सफल ही होंगे, ऐसी उम्मीद लगाई जा रही है। हालांकि अब एक दिक्कत सामने आई है। दरअसल धोनी मेंटाॅर हैं और शास्त्री टीम के कोच, दोनों के स्वभाव और खिलाड़ियों को डील करने का तरीका अलगअलग है। तो आशंका जताई जा रही है कि विश्वकप के दौरान दोनों के बीच टकराव हो सकता है।

ये भी पढ़ें- इस भारतीय खिलाड़ी का कमाल, ये कारनामा कर की युवराज सिंह की बराबरी

ये भी पढ़ें- इस भारतीय बल्लेबाज का अमेरिका में जलवा, एक मैच में ठोंक डाले 304 रन

इन मुद्दों पर हो सकता है धोनी व शास्त्री का मतभेद

धोनी की कप्तानी में टीम इंडिया ने दो बार विश्वकप जीता है। हालांकि रवि शास्त्री ने भी टीम को बेहतरीन खिलाड़ियों से नवाजा है। दोनों के मिजाज अलग हैं और इसलिए दोनों के टकराव की खबर सामने आने की आशंका जताई गई है। कहा जा रहा है कि प्लेइंग इलेवन के सेलेक्शन में धोनी और रवि शास्त्री का मतभेद हो सकता है। इसके चलते इंडिया को विश्वकप में भारी नुकसान भी हो सकता है। टीम के फायदे के लिए धोनी शास्त्री से भी अड़ जाएंगे, ये बात लगभग हर किसी को पता है। ऐसे में शास्त्री और धोनी के लिए विश्वकप में टीम इंडिया को डील करना कैसा रहेगा और खिलाड़ी ऐसे हालात में आखिर किसकी सुनेंगे तो आने वाला वक्त ही बताएगा।

ऋषभ वर्मा

Back to top button