भारतीय टीम के गेंदबाज ने डेब्यू टेस्ट मैच में चटकाए थे 16 विकेट, आज तक है वर्ल्ड रिकॉर्ड

43 साल से ज्यादा के टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में एक वर्ल्ड रिकॉर्ड है जो कि साल 1988 में भारतीय गेंदबाज ने बनाया था। ये वर्ल्ड रिकॉर्ड है डेब्यू टेस्ट मैच में सबसे ज्यादा विकेट हासिल करने का, जो भारतीय टीम के पूर्व गेंदबाज नरेंद्र हिरवानी (Narendra hirwani) के नाम दर्ज है। नरेंद्र हिरवानी ने 15 जनवरी 1988 को वेस्टइंडीज के खिलाफ चेन्नई के मैदान पर दोनों पारियों में 16 विकेट चटकाए थे।

भारतीय टीम के पूर्व लेग स्पिनर नरेंद्र हिरवानी ने वेस्टइंडीज के खिलाफ साल 1988 में 11 जनवरी को अपना पहला टेस्ट मैच खेला था। इसी मैच की पहली पारी में नरेंद्र हिरवानी ने वेस्टइंडीज के 8 बल्लेबाजों को पवेलियन भेजा था। ये रिकॉर्ड भारतीय टीम के लिए अब तक सबसे अच्छा था और इससे पहले भी कोई भी भारतीय गेंदबाज अपनी डेब्यू मैच की पहली पारी में 8 विकेट नहीं झटक पाया था। वहीं, वर्ल्ड क्रिकेट में वे ऐसा करने वाले तीसरे गेंदबाज थे।

पांचवें दिन समाप्त हुई थी वेस्टइंडीज की पारी

वेस्टइंडीज की दूसरी और मैच की चौथी पारी पांचवें दिन समाप्त हुई, जिसमें नरेंद्र हिरवानी का जलवा रहा। पहली पारी में 8 विकेट झटकने वाले हिरवानी को भी नहीं पता था कि वे अपने पहले ही मैच में 16 विकेट अपने नाम कर लेंगे। मैच के चौथे और पांचवें दिन नरेंद्र हिरवानी ने वेस्टइंडीज की दूसरी पारी में 8 बल्लेबाजों को पवेलियन भेजा और भारतीय टीम को मैच जिया। इतना ही नहीं, डेब्यू टेस्ट मैच में इतने विकेट झटकने का ये वर्ल्ड रिकॉर्ड था, जो आज भी जिंदा है।

सिर्फ दो गेंदबाजों ने किया है ये कमाल

साल 1972 में ऑस्ट्रेलियाई टीम के गेंदबाज बॉब मैसी ने डेब्यू टेस्ट मैच में 16 विकेट अपने नाम किए थे। हालांकि, उन्होंने 137 रन खर्च कर इतने विकेट चटकाए थे, जबकि भारतीय स्पिनर नरेंद्र हिरवानी ने 136 रन देकर 16 विकेट लिए थे जो कि वर्ल्ड रिकॉर्ड बना था और टूटा था। टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में बॉब मैसी और नरेंद्र हिरवानी ही दो ऐसे गेंदबाज हैं, जिन्होंने अपने पहले टेस्ट मैच की दोनों पारियों में 8-8 विकेट अपने नाम किए थे।

नरेंद्र हिरवानी का करियर

गोरखपुर में जन्मे नरेंद्र हिरवानी ने भारतीय टीम के लिए 1988 से 1996 तक कुल 17 टेस्ट मैच खेले थे। इन टेस्ट मैचों में उन्होंने 66 विकेट अपने नाम किए थे। नरेंद्र हिरवानी की टेस्ट में बेस्ट परफॉर्मेंस 61 रन देकर 8 विकेट थी। वहीं, उसी साल वनडे इंटरनेशनल क्रिकेट में डेब्यू करने वाले नरेंद्र हिरवानी ने 18 मैचों में भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व किया। इस दौरान उन्होंने 23 सफलताएं अपने नाम की थीं। साल 1992 में उन्होंने आखिरी वनडे मैच खेला था। 

महज 19 साल की उम्र में नरेंद्र हिरवानी ने अपना डेब्यू किया था और लेग स्पिनर के तौर पर धाक जमाई थी, जिसे ऑस्ट्रेलियाई टीम के लेग स्पिनर शेन वार्न, श्रीलंकाई टीम के लेग स्पिनर मुथैया मुरलीधरन और भारतीय टीम के स्पिनर अनिल कुंबले ने इसे फैशनेबल बनाया। फर्स्ट क्लास क्रिकेट में हिरवानी के नाम 732 विकेट लेने का रिकॉर्ड दर्ज है। बता दें कि हिरवानी ने लंबे समय तक भारतीय टीम के चयनकर्ता के रूप में भी काम किया है।  

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